दिल्ली में दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध के लिए केजरीवाल ने स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला

दिवाली के मौके पर वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए राजधानी दिल्ली और एनसीआर समेत कई पड़ोसी राज्यों ने पटाखों पर प्रतिबंध लगा रखा है। बुधवार को इस प्रतिबंध पर उठ रहे सवालों पर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पटाखों पर बैन करने का फैसला किसी धर्म या राजनीति से नहीं, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए लिया गया है।

दिवाली पर जलाएं दिये
AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने भी कहा है कि प्रदूषण के मद्देनजर हमें पटाखों के बदले दिये जलाना चाहिए। यह रोशनी का त्योहार है। हमें दिये और मोमबत्तियाँ जलाकर अपना त्योहार मनाना चाहिए, न कि पटाखे जलाने चाहिए।” उन्होंने कहा कि पटाखे जलाने से प्रदूषण होता है और इसका असर हम और हमारे छोटे बच्चे भुगतेंगे। “इसमें कोई हिंदू या मुसलमान नहीं है, सभी की सांसें और जिंदगी जरूरी हैं,” उन्होंने जोर देकर कहा।

दिल्ली में 19,005 किलोग्राम पटाखे जब्त
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक दिन पहले बताया था कि छापों के दौरान दिल्ली में 19,005 किलोग्राम पटाखे जब्त किए गए हैं। अब तक उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ 79 केस दर्ज किए जा चुके हैं। गोपाल राय ने दीपावली से पहले उठाए गए प्रदूषण रोधी कदमों की समीक्षा के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति और पुलिस के साथ बैठक की थी, जिसमें 377 टीमों को पटाखों पर रोक लगाने के लिए तैनात किया गया है।

बुधवार को कितना AQI?
बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 273 दर्ज किया गया है। आने वाले दिनों में इसमें बढ़ोतरी की संभावना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में सुबह 7:30 बजे तक औसत AQI 273 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है। वहीं, दिल्ली एनसीआर के फरीदाबाद में 273, गुड़गांव में 197, गाजियाबाद में 213, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में 199 AQI दर्ज किया गया।

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